मराठा आरक्षण कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं बल्कि सामाजिक पहचान का मामला है। तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने मराठा समुदाय को कानून के दायरे में आरक्षण दिया था लेकिन ठाकरे सरकार की अक्षमता के कारण इसे खोना पड़ा। चालीस वर्षों तक मराठाओं के मुख्यमंत्री रहने के बावजूद भी मराठा समाज को आरक्षण नहीं मिला या यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि मनोज जारांगे मराठा आरक्षण की लड़ाई केवल उनकी अकेले की नहीं है बल्कि महाराष्ट्र का पूरा समाज उनके साथ है।
हमारी स्थिति मराठा समुदाय को जल्द से जल्द आरक्षण दिलाने की है और इसके लिए पूर्व मंत्री विधायक बबनराव लोणीकर ने जोर देकर कहा कि वह मराठा आरक्षण आंदोलन स्थल पर भूख हड़ताल पर बैठे मनोज जारांगे पाटिल से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। सराटे अंतरवाली तालुका अंबाद में।
श्री लोनिकर ने आज अंबाद तालुका के अंतरवाली सराती में जाकर अनशन किया और श्री मनोज जारांगे पाटिल से मुलाकात की और उन्हें मनाने की कोशिश की। इस अवसर पर भारतीय जनता युवा मोर्चा महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष श्री राहुल लोनिकर, गणेश खवाने, सतीशराव निर्वाल, रमेश उनके साथ राव भापकर रमेश महाराज वाघ ज्ञानेश्वर मौली थे। शेजुल नागेश घरे राजेश मोरे शत्रुघ्न कांसे संभाजी वारे विक्रम उपहाद गजानन उपहाद संपत टकले विकास पालवे बब्लू सातपुते मधुकर मोरे, रायपिल्ले शाम शिंदे सागर शिंदे विजय खटके उपस्थित थे।