नेल्सन अप्पाराव कांबले ने कई बार शिकायत की और जालना शहर के लोक निर्माण विभाग के प्रवेश द्वार के पास पुल से कैलास तालीम तक वाई क्रांति नगर नाले के बारे में खबर प्रकाशित की, क्योंकि वाई क्रांति नगर नाले की सफाई दस साल से नहीं हुई है और गंदगी है और कचरा नहीं हटाया गया है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है। प्राचार्य एन.पी. जालना ने दिनांक 22/06/2022 को डिप्टी कलेक्टर सामान्य प्रशासन को पत्र लिखकर इस बात को स्वीकार कर लिया है, लेकिन अपर्याप्त जनशक्ति और अपर्याप्त यांत्रिक उपकरण के कारण सफाई में देरी हो रही है. तो अंतत: समाजसेवी नेल्सन अप्पाराव कांबले ने वकालत की। महेश धन्नावत, एड. अश्विनी धन्नावत और एड. बॉबी अग्रवाल के माध्यम से राज्य मानव आयोग के समक्ष एक शिकायत दर्ज की गई और इसका संज्ञान लेते हुए राज्य मानव आयोग ने मंडलायुक्त औरंगाबाद, कलेक्टर जालना और प्राचार्य एन.पी. जालना को 05/06/2023 तक जिम्मेदार व्यक्ति और इस कार्य में देरी के कारण के संबंध में शपथ पत्र दाखिल करने का आदेश दिया गया है और यह भी आदेश दिया गया है कि मानसून से पहले उक्त ड्रेनेज लाइन की सफाई करा ली जाए और कलेक्टर व सं. . उन्होंने प्रधानाध्यापक द्वारा साफ-सफाई में लापरवाही किए जाने पर भी नाराजगी जताई।
जालना शहर में कई जगह धापा नहीं होने के कारण सभी नालियां बंद हैं, इसी तरह हमारे नगर परिषद श्री जालना शहर में जल निकासी का उचित काम नहीं होने और अच्छे इंजीनियरों की कमी के कारण। चुन्नीलाल तुलजाराम भूरेवाल प्रवेश द्वार के सामने हाल ही में बने नाले में सलाई व जाल के टुकड़े होने से जगह-जगह कूड़ा जमा हो रहा है। इंजीनियर द्वारा निरीक्षण व सही डिजाइनिंग नहीं किए जाने के कारण यह समस्या हो रही है और इस नाले की सफाई नहीं हो पाई है। इसी तरह उदपी होटल रोड पर भी नाला जाम है और सुरक्षा दीवार नहीं होने से हादसों का अंदेशा बना रहता है। जानकारी है कि इन सभी मामलों को मानवाधिकार अधिवक्ता के समक्ष भी प्रस्तुत किया जाएगा। महेश धन्नावत ने दिया है।
नेल्सन अप्पाराव कांबले एड. महेश धन्नावत एवं राज्य मानव संसाधन आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति श्री. क। क। टेटेड का धन्यवाद किया और उम्मीद जताई कि लोगों को न्याय मिलेगा।