मुंबई – पर्यटन क्षेत्र में महिलाओं के साथ-साथ महिला पर्यटकों को व्यापार एवं रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए सुरक्षित पर्यटन से लाभान्वित करने के उद्देश्य से महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से ‘आई’ को ‘लिंग समावेशी’ पर्यटन नीति के रूप में लागू करने की स्वीकृति कैबिनेट की बैठक आज हुई.यह जानकारी महिला एवं बाल विकास मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने दी.
मंत्री श्री लोढ़ा ने कहा कि ‘मां’ पर्यटन नीति के तहत महिला उद्यमिता विकास, महिलाओं के लिए अधोसंरचना, महिला पर्यटकों की सुरक्षा को प्राथमिकता, महिला पर्यटकों के लिए कस्टमाइज्ड उत्पाद, व्यवसाय एवं रोजगार के पांच सिद्धांतों को अपनाकर छूट एवं यात्रा एवं पर्यटन विकास पर्यटन क्षेत्र में महिलाओं के साथ-साथ महिलाओं के लिए भी अवसर सुरक्षित पर्यटन का लाभ पर्यटकों को मिल सके, इसके लिए विभिन्न उपाय किए जाएंगे, जिसके मद्देनजर इस नीति के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा।
मंत्री श्री लोढ़ा ने कहा कि इस नीति के तहत राज्य के प्रत्येक तालुका में पर्यटन निदेशालय से पंजीकृत महिलाओं के स्वामित्व वाले होटल, रेस्टोरेंट, टूर एवं ट्रैवेल एजेंसियां आदि पर्यटन की स्थापना के लिये बैंकों के माध्यम से लिये गये ऋण पर ब्याज का भुगतान करेंगी. 15 लाख तक और 7 साल या 4.5 लाख तक के व्यवसाय। सीमा (जो भी पहले हो) निर्धारित शर्तों के अधीन योजना द्वारा कवर की जाएगी। साथ ही पर्यटन निदेशालय में पंजीकृत महिला टूर आपरेटरों के वार्षिक बीमा प्रीमियम का भुगतान प्रथम 5 वर्ष तक सरकार द्वारा किया जायेगा।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर 1 से 8 मार्च तक सभी महिला पर्यटकों को महाराष्ट्र पर्यटन विकास निगम के सभी रिसॉर्ट्स और इकाइयों में ऑनलाइन बुकिंग में 50% की छूट दी जाएगी। वर्ष में कुल 30 दिन महिला पर्यटकों को निगम के सभी रिसॉर्ट्स में ऑनलाइन बुकिंग में 50 प्रतिशत की छूट दी जाएगी, साथ ही महिला पर्यटकों के विभिन्न समूहों के लिए अनुभवात्मक टूर पैकेज आयोजित किए जाएंगे और महिला बचत समूहों को स्टॉल और स्टॉल प्रदान किए जाएंगे। निगम के रिसॉर्ट्स में हस्तशिल्प, कलाकृतियों, प्रसंस्कृत खाद्य आदि की बिक्री के लिए जगह। शासन स्तर पर तय पर्यटन स्थलों पर महिला बाइक टैक्सी सेवा शुरू करने को मंजूरी दी गई। यह नीति सभी संबंधित विभागों की विभिन्न योजनाओं के समन्वय से पर्यटन निदेशालय और महाराष्ट्र पर्यटन विकास निगम के माध्यम से लागू की जाएगी। मंत्री लोढ़ा ने कहा कि इसके लिये पर्यटन निदेशालय में महिला पर्यटन नीति प्रकोष्ठ बनाया जायेगा.