यहां बोलते हुए, श्री कैलास गोरंट्याल ने विश्वास व्यक्त किया कि मेघ छाबड़ा ने अंतर्राष्ट्रीय जीवविज्ञान ओलंपियाड में स्वर्ण पदक के साथ-साथ एनईईटी में 62वीं रैंक हासिल करके जालन्या का नाम पूरे देश में रोशन किया है।
जालौन शहर के मोदीखाना क्षेत्र निवासी छाबड़ा परिवार के मेघ छाबड़ा को इंटरनेशनल बायोलॉजी ओलंपियाड में स्वर्ण पदक और नीट परीक्षा में भारत में 62वीं रैंक हासिल करने पर श्री कैलास गोरंट्याल ने मेघ छाबड़ा के मोदीखाना स्थित आवास पर जाकर पुष्पगुच्छ देकर बधाई दी। फूलों के। छाबड़ा, डॉ. तरूणा छाबड़ा, वैजीनाथ कदम, पूर्व नगरसेवक विष्णु वाघमारे, जीवन साले, दत्ता पाटिल घुले, जगदीश भारती आदि उपस्थित थे। इस अवसर पर श्री कैलास गोरंट्याल ने कहा कि जालना शहर एक औद्योगिक शहर के रूप में जाना जाता है। जालना शहर अपने इस्पात और बीज उद्योग के लिए जाना जाता है। हालांकि जालन्या का नाम देश में अग्रणी है, लेकिन शिक्षा के मामले में आज भी जालन्या का नाम पिछड़ा हुआ है। हालांकि, इस कमी को मेघ छाबड़ा पूरा कर रहे हैं, जिन्होंने साबित कर दिया है कि जालन्या नहीं हैं। शिक्षा के क्षेत्र में भी पीछे है।इस अवसर पर विश्वास ए गोरंट्याल ने व्यक्त किये।