मुंबई – राहत एवं पुनर्वास मंत्री अनिल पाटिल ने ई-केवाईसी कराने वाले राज्य के 3 लाख किसानों को 210 करोड़ 30 लाख रुपये सीधे किसानों के बैंक खाते में जमा करने की प्रक्रिया की है. मंत्री श्री. पाटिल ने कम्प्यूटरीकृत प्रणाली पर एक कुंजी दबाकर धन वितरण की प्रक्रिया शुरू की।
सरकार ने पिछले मानसून सीजन के दौरान लगातार बारिश से फसलों को हुए नुकसान के लिए विशेष मद से 1500 करोड़ रुपये का फंड मंजूर किया है. इस धनराशि का वितरण राहत एवं पुनर्वास विभाग द्वारा निर्धारित डीबीटी प्रणाली के माध्यम से किया जा रहा है. आज मंत्रालय में राहत एवं पुनर्वास मंत्री श्री. पाटिल ने निधि वितरण की समीक्षा की. उस समय ई-केवाईसी पूरा करने वाले किसानों के बैंक खाते में यह धनराशि सीधे जमा करने की प्रक्रिया शुरू की गई थी।
यह धनराशि जल्द ही सीधे किसानों के बैंक खाते में जमा कर दी जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि अगले शुक्रवार तक अन्य 2,50,000 किसानों को 178.25 करोड़ रुपये की धनराशि उनके बैंक खातों में जमा कर दी जाएगी। वहीं, मंत्री श्री पाटिल ने किसानों से कृषि फसलों के नुकसान पर तत्काल सहायता पाने के लिए अपने सरकार सेवा केंद्र पर जाकर ई-केवाईसी कराने की अपील की. उन्होंने यह भी बताया कि यह सेवा निःशुल्क है. साथ ही डीबीटी सिस्टम में यदि कोई त्रुटि है तो संबंधित पदाधिकारियों को तत्काल उन त्रुटियों को दूर करने का निर्देश दिया. मंत्री श्री पाटिल ने कहा कि सरकार किसानों के प्रति सजग है और किसानों के लिए धन की कमी नहीं होने देगी.
साथ ही मंत्री श्री पाटिल ने सभी तहसील और जिला सिस्टम को जल्द से जल्द किसानों से ई-केवाईसी लेने के निर्देश दिये.