राहुल गांधी की सजा टाली ; सत्यमेव जयते – शहर अध्यक्ष शेख महमूद

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शहर कांग्रेस कमेटी की ओर से जश्न मनाया गया

जालना – गुजरात राज्य की निचली अदालत ने आखिरकार मोदी मानहानि मामले में कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी को दी गई सजा को निलंबित करने का ऐतिहासिक फैसला सुनाया है और देश की सर्वोच्च अदालत ने राहुल को बहाल करने का ऐतिहासिक फैसला सुनाया है। संसद सदस्य के रूप में गांधीजी ने पटाखे फोड़कर और पुआल बांटकर त्योहार मनाया।
देश की सर्वोच्च अदालत द्वारा मोदी मानहानि मामले में राहुल गांधी की सजा पर रोक लगाए जाने पर जालना शहर कांग्रेस कमेटी की ओर से शुक्रवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुराने जालना गांधी चमन में जश्न मनाया। इस अवसर पर बोलते हुए शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष शेख महमूद ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने राहुल गांधी को बेवजह परेशान करने के अपने दमनकारी तरीके से ऐसी स्थिति पैदा कर दी है कि देश का लोकतंत्र और संविधान खतरे में पड़ गया है. कारण। इस बात को लेकर जनता में आक्रोश फैल गया कि केंद्र सरकार ने राहुल गांधी को बड़ा झटका दिया है. बहरहाल, सुप्रीम कोर्ट द्वारा राहुल गांधी की सजा को निलंबित करना देश के लोकतंत्र और न्याय व्यवस्था के जिंदा रहने का ऐतिहासिक उदाहरण बन गया है.
ऐसा देखा जा रहा है कि देश की आम जनता काफी उत्साहित और खुश है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने न्याय की भूमिका निभाते हुए राहुल गांधी को बड़ी राहत दी है. इस अवसर पर पूर्व जिला अध्यक्ष आर. आर। खड़के, जालना जिला कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेंद्र राख, अघाड़ी अध्यक्ष बदर चौस, नंदताई पवार, दिनकर घेवंडे ने बोलते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला सत्य की जीत है. लोकसभा अध्यक्ष ने कोर्ट के फैसले को तत्काल लागू करने और राहुल गांधी को सांसद पद पर बहाल करने की मांग की.
इस मौके पर राहुल गांधी ने आगे बढ़ो हम तुम्हारे साथ हैं का नारा देकर कांग्रेस पार्टी की जीत का ऐलान करते हुए देश के संविधान की जीत बताई. इस अवसर पर राम सावंत, वसंत जाधव, सलाहकार. राम कुरहाड़े, अरुण मागरे, शेख शकील, अरेफ खान, प्रमोद अलहाट, वसंत जाधव, डॉ. विशाल धानुरे, बाबासाहेब सोनवणे, सुषमाताई पैगवाने, शीतलताई तनपुरे, चंदताई भांगडिया, मंगलताई खांडेभराड, अर्चना राउत, रमाताई राठौड़, मंजू यादव, लक्ष्मीबाई गायकवाड़, मंदा पवार, योगेश पाटिल, शेख वसीम, गणेश चंदोडे, शेख इब्राहिम, जावेद अली, मुफस्सिर कुरेशी ., अनस चौस, डॉ. संजय रुईखेडकर, भागवत घाटे, रामजी शेजुल, गणेश गिराम, अड्डूभाई आदि बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।