समता परिषद ने संभाजी भिड़े का प्रतीकात्मक अंतिम संस्कार किया’  प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच नोकझोंक

184

पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया, 2 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया; 30-40 लोगों के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराया गया है

महात्मा फुले को लेकर संभाजी भिड़े के बयान का अखिल भारतीय समता परिषद की ओर से सार्वजनिक तौर पर विरोध किया गया. समता परिषद की ओर से संभाजी भिड़े की प्रतीकात्मक शव यात्रा निकाली गयी. बयान का विरोध किया गया. विरोध प्रदर्शन के दौरान समता परिषद के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया. भिड़े के खिलाफ नारेबाजी. इस प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच नोकझोंक भी हुई. इसके बाद पुलिस ने 2 प्रदर्शनकारियों पर हल्का आरोप लगाते हुए उन्हें हिरासत में ले लिया. इस बीच प्रदर्शनकारियों की मांग है कि भिड़े के खिलाफ कार्रवाई की जाए. के जिला अध्यक्ष समता परिषद का आरोप है कि जब हम शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे तो पुलिस ने हम पर लाठीचार्ज किया.
जब जिले में कलेक्टर का निषेधात्मक आदेश था, तो उन्होंने उस आदेश का उल्लंघन किया और बिना अनुमति के अवैध रूप से भीड़ इकट्ठा की और महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम की धारा 135 के अनुसार संभाजी भिडे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया 1) दीपक दिगंबर वैद्य रेस। नूतन वसाहत जालना 2)आकाश दिगंबर वैद्य रेस. नूतन कॉलोनी, जालना 3) ज्ञानेश्वर सीताराम खरात निवासी। वाघरुल 4) मधुकर भास्करराव ज़रेकर रेस।
पार्टूर 5) नीलेश मच्छिन्द्र वाहुले निवासी। अन्य 30 से 40 श्रमिकों को इन्दवाडी जालना
पुलिस सूत्र ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है.