आचार्य अत्रे मराठी अस्मिता, महाराष्ट्र के गौरव के सशक्त प्रतीक थे। संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन का काल आचार्य अत्रे के जीवन का उज्ज्वल एवं भाग्यशाली काल था। तेज आवाज, धाराप्रवाह लेखन, महाराष्ट्र के प्रति अनन्य निष्ठा, महाराष्ट्र के साथ अन्याय देखकर आने वाला सात्विक क्रोध, लेखन के माध्यम से व्यक्त होने वाला जुनून, प्रतिद्वंद्वी का मजाक उड़ाने वाला हास्य आदि सभी गुण आचार्य अत्रिया की आवाज और लेखन में हैं। दूसरे को प्रभावित करने के लिए अत्रे साहब ने असाधारण बाल कटवाए। ‘मराठा’ के मुखपृष्ठ के माध्यम से युवाओं को इस संघर्ष के लिए सचेत करने का काम किया। उनके अंदर का मुखर पत्रकार और लेखक कभी किसी से नहीं डरता था। संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन के दौरान उनकी प्रस्तावना और उनके भाषण उनकी निर्भीकता और स्पष्टवादिता के सर्वोत्तम उदाहरण थे। प्रस्तावना लिखते समय उन्होंने कभी किसी के कपड़े उतारे, किसी को दुपट्टे से मारा, कभी मार्मिक ढंग से तो कभी किसी की परवाह किए बिना अपने विचार व्यक्त किए।
इस अवस्था को स्व. यशवन्तराव से लेकर पिछले चुनाव तक एक महान आदर्शवादी परम्परा रही है। महाराष्ट्र को रसातल में ले जाना, आज वे आदर्श टूटते नजर आ रहे हैं। महाराष्ट्र में मौजूदा राजनीतिक माहौल मराठी लोगों को परेशान कर रहा है। पिछले ढाई साल में महाराष्ट्र के राजनीतिक परिदृश्य में चौंकाने वाली घटनाएं देखने को मिल रही हैं। मौजूदा सर्वदलीय असमंजस को देखें तो मतदाताओं पर लोकतंत्र की भावना को बनाए रखने की बड़ी जिम्मेदारी होगी। आचार्य अत्रे ने इस ‘फाड़ो-फाड़ो-फाड़ो-फाड़ो-और फिर इसे वापस रखो’ प्रवृत्ति पर मराठी में प्रस्तावना कैसे लिखी होगी जिसका महाराष्ट्र के गठन पर दूरगामी प्रभाव पड़ा। अत्रे साहब की कलम आपके सिर पर नहीं चढ़ेगी, लेकिन ”वर्तमान राजनीतिक हालात” पर उन्होंने अपनी बात कैसे कही होगी, लिखकर भेजिए।
आचार्य अत्रे का 125वां (रजत शताब्दी) जन्मोत्सव वर्ष 13 अगस्त 2023 से प्रारंभ हो रहा है। इस अवसर पर मराठी समाचार पत्र लेखक संघ मुंबई की ओर से संपूर्ण महाराष्ट्र के लिए राज्य स्तरीय ‘शीर्षक प्रतियोगिता’ का आयोजन किया गया है, ऐसी घोषणा संघ अध्यक्ष रवींद्र मालुसरे ने की.
आचार्य अत्रे का मुंबई वर्ली कोलीवाड़ा रिकार्ड नगरसेवक स्वर्गीय कॉमरेड के साथ घनिष्ठ संबंध था। मणिशंकर कवठे की स्मृति में एक निःशुल्क प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। प्रदीप कवाठे द्वारा पुरस्कृत, इस प्रतियोगिता की शब्द सीमा 600 है और कवर लेटर यूनिकोड मराठी टाइप करके 5 अगस्त तक [email protected] या राजन देसाई 8779983390 पर भेजा जाना चाहिए। प्रथम 5 प्रतियोगियों को नकद पुरस्कार, सम्मान पदक और प्रतियोगिता में भागीदारी का प्रमाण पत्र दिया जाएगा। इस प्रतियोगिता में सभी नागरिक भाग ले सकते हैं और अधिक जानकारी के लिए मुख्य कार्यकारी प्रशांत घाडीगांवकर, 8652100400 पर संपर्क करें।