मुंबई : मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को ट्रैफिक में खराब हुई एंबुलेंस, मरीजों और मरीजों के रिश्तेदारों की परेशानी का एहसास हुआ और उन्होंने अपने बेड़े से एक एंबुलेंस मुहैया कराई और उन्हें अस्पताल पहुंचाया.
मरीज़ों के परिजन भी यह देखकर अभिभूत हो गये कि ट्रैफिक की भीड़ में मुख्यमंत्री स्वयं उनकी मदद के लिए दौड़ पड़े।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का दिन हमेशा की तरह व्यस्त रहा। गढ़चिरौली दौरा पूरा करने के बाद वह मुंबई लौट आए और ठाणे जा रहे थे। इसी बीच मुख्यमंत्री ने देखा कि चूनाभट्टी-कुर्ला पुल पर एक एंबुलेंस खराबी के कारण फंस गयी है. मुख्यमंत्री श्री कई बार यह साफ हो चुका है कि शिंदे उनके प्रति बेहद संवेदनशील हैं। एम्बुलेंस में मरीजों एवं परिजनों की परेशानी को समझते हुए मुख्यमंत्री श्री शिंदे अपने वाहन से बाहर निकले और सीधे खराब पड़ी एम्बुलेंस के पास पहुंचे। उन्होंने स्थिति जानी. उन्होंने मरीजों और उनके परिजनों को आश्वस्त करते हुए वहीं से ठाणे के सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों से संपर्क किया. साथ ही उन्होंने अपने बेड़े से एक एम्बुलेंस उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. संबंधित मरीजों और रिश्तेदारों को इस एम्बुलेंस में ठाणे अस्पताल ले जाने के बाद ही मुख्यमंत्री श्री. शिंदे का बेड़ा निकल गया.
आपाधापी में मुख्यमंत्री को मदद के लिए दौड़ते देख मरीज के परिजनों ने उनके धैर्य के आगे हाथ जोड़ लिये.