नागपुर – विकसित भारत के लिए राज्य की अर्थव्यवस्था 2027 तक 1 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने का लक्ष्य है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने में जिला रणनीतिक योजना महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। जिला विकास योजना में स्थिरता और उचित नियोजन लाने के लिए नागपुर के भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) का सहयोग लिया जाना है। इस संबंध में आज उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
यह समझौता ज्ञापन भारतीय प्रबंधन संस्थान और जिला प्रशासन के बीच ‘जिला रणनीतिक योजना’ को लेकर किया गया। संभागायुक्त विजयलक्ष्मी बिदारी, कलेक्टर डाॅ. विपिन इटनकर, जिला योजना अधिकारी राजेश गायकवाड़, आईआईएम निदेशक डाॅ. भीमाराय मैत्री, संस्थान के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी लेफ्ट. इस अवसर पर कर्नल मकरंद अलूर उपस्थित थे।
नागपुर जिले को केंद्र में रखकर आर्थिक विकास और सकल आय में वृद्धि के लिए विशेष योजना तय की गई है. इसके तहत जिले के व्यापक एवं सतत विकास के लक्ष्य को हासिल करने के लिए भारतीय प्रबंधन संस्थान का सहयोग लिया जाएगा।
जिला विकास योजना तैयार करते समय, जिले में संभावित अवसरों और उस अवसर का उपयोग करके निवेश के संबंधित क्षेत्रों में लक्ष्य प्राप्त करने के लिए लघु, मध्यम और दीर्घकालिक उपलब्धियों का निर्धारण करना संभव होगा। इस योजना के माध्यम से जिले की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए उद्योगों, क्लस्टर पार्क, हब, आईआईटी, कॉलेज, कारखानों आदि की संख्या को ध्यान में रखते हुए जिला विकास योजना तैयार करने के लिए दिशानिर्देश और समयबद्ध कार्यक्रम की योजना बनाई जा सकती है।