बीड :- समाज कल्याण विभाग के आयुक्त डाॅ. प्रशांत नारनवरे ने बीड जिले में उस्तोद श्रमिकों की कठिनाइयों के संबंध में सरकारी अधिकारियों और उस्तोद श्रमिक संगठन के प्रतिनिधियों से चर्चा की. इस अवसर पर गन्ना श्रमिकों की विभिन्न समस्याओं को जाना गया तथा उनके समाधान हेतु सम्बन्धित को निर्देश दिये गये।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अजीत पवार, कल्याण के निवासी उप कलेक्टर शिवकुमार स्वामी, समाज कल्याण विभाग की क्षेत्रीय उपायुक्त श्रीमती एस. एन। चिकुर्ते, जिले के विभिन्न उस्ताद श्रमिक संगठनों के पदाधिकारी जीवन राठौड़, दादासाहेब मुंडे, बबन माने, तत्वशील कांबले, ओमप्रकाश गिरी, मनीषा टोकले और अन्य उपस्थित थे।
इस बैठक में उन्होंने कहा कि निर्माण श्रमिकों के वंशजों के लिए सरकारी छात्रावास शुरू करने, मृत निर्माण श्रमिकों के उत्तराधिकारियों को लाभ देने की प्रक्रिया सरकारी स्तर से चल रही है और इसके लिए बाहरी संसाधन, मानव संसाधन और सुविधाएं उपलब्ध कराने की प्रक्रिया चल रही है. सरकारी स्तर पर छात्रावास का काम चल रहा है. उस्तोड श्रमिकों के शीघ्र पंजीकरण, उस्तोड श्रमिकों गर्भवती महिला श्रमिकों के लिए स्वास्थ्य शिविर, जिला आपूर्ति विभाग को राशन कार्ड, पोर्टेबिलिटी आदि के बारे में भी चर्चा की गई।
इसके साथ ही जिला स्वास्थ्य विभाग को समय-समय पर उस्तोड श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण करना चाहिए, प्रत्यावर्तन शिविर आयोजित करना चाहिए और उन्हें योजनाओं के बारे में परामर्श देना चाहिए। संबंधितों को सुझाव दिया गया कि श्रमिकों के बच्चों के लिए संत भगवान बाबा शासकीय छात्रावास में प्रवेश प्रक्रिया तीव्र गति से प्रारंभ की जाये। साथ ही यह भी संकेत दिया गया कि निगम निदेशक की बैठक में उस्तोड कर्मियों के बीमा को लेकर भी निर्णय लिया जायेगा.