राज्य के आश्रम विद्यालयों में सर्वसुविधायुक्त डिजिटल लाइब्रेरी बनाई जाएंगी- पालकमंत्री डॉ. विजयकुमार गावित

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नंदुरबार-  आदिवासी विकास मंत्री और जिला संरक्षक मंत्री डॉ. इसे विजयकुमार गावित ने किया है. वह आज शहादा तालुका के चिरखान और तलोदा तालुका के बोराद में सरकारी कन्या छात्रावास/आश्रम के नए भवन के शिलान्यास और उद्घाटन के अवसर पर बोल रहे थे। इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्ष कृषि एवं पशुपालन हेमलता शितोले, जिला परिषद सदस्य सुनीता पवार, सरपंच रविद्र ठाकरे (बोर्ड), कृष्णा पाडवी (छोटा धनपुर), सहायक परियोजना अधिकारी साबले, प्राचार्य जी.ए. भामरे, सामाजिक कार्यकर्ता भरत पवार सहित जनता उपस्थित थी बड़ी संख्या में प्रतिनिधि एवं ग्रामीण उपस्थित थे।

इस अवसर पर डॉ. गावित ने कहा कि राज्य के सभी आश्रम विद्यालय भवनों में एक डिजिटल लाइब्रेरी स्थापित की जा रही है ताकि छात्र शिक्षा का आनंद ले सकें ताकि वे प्रतियोगी परीक्षा में अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकें। आदिवासी विकास विभाग विद्यार्थियों की शिक्षा के लिए सभी उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री उपलब्ध कराएगा। ताकि शिक्षण सामग्री के कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित न हो। नए स्कूल भवन में एक डिजिटल लाइब्रेरी, कंप्यूटर कक्ष, अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं, वर्चुअल क्लासरूम होंगे, साथ ही आठवीं कक्षा से सभी छात्रों को टैब उपलब्ध कराए जाएंगे। इससे छात्रों को दुनिया में क्या चल रहा है, इसकी जानकारी मिलेगी। प्रत्येक माह सरकारी स्तर पर किसी समाज सुधारक, विशेषज्ञ व्यक्ति की जयंती एवं पुण्य तिथि मनाई जाती है। इस दिन सभी आश्रम विद्यालयों को विद्यार्थियों के लिए लेखन प्रतियोगिता एवं निबंध प्रतियोगिता का आयोजन करना चाहिए जिससे विद्यार्थियों को बोलने की आदत पड़ेगी अब से। उन्होंने कहा, इस साल राज्य में 56 नए स्कूलों के निर्माण को मंजूरी दी गई, जिनमें नंदुरबार जिले के 30 स्कूल भी शामिल हैं।

उन्होंने आगे बोलते हुए कहा कि आदिवासी विकास विभाग में आश्रम शालाओं के विद्यार्थियों के लिए नई शैक्षणिक सामग्री समय पर क्रय करने के लिए विद्यार्थियों को शैक्षणिक सामग्री उपलब्ध कराने की पद्धति अपनाई जाएगी. आश्रम शालाओं के विद्यार्थियों का मूल्यांकन प्रत्येक तीन माह में तथा शिक्षकों का मूल्यांकन प्रत्येक तीन माह में किया जायेगा तथा यदि उसके बाद भी स्थिति नहीं बदलती तो ऐसे विद्यार्थियों को ई-क्लास रूम के माध्यम से विशेषज्ञ शिक्षकों द्वारा शिक्षा दी जायेगी। शिक्षा के मामले में अनुशासन और नियमों से कहीं भी समझौता नहीं किया जाएगा। समय पर स्कूल न आने वाले शिक्षकों व कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार का इरादा अगले दो वर्षों में उन स्थानों पर निर्माण पूरा करने का है जहां सरकारी आश्रम विद्यालयों और छात्रावासों के नए भवन नहीं हैं और अगले दो वर्षों में आश्रम विद्यालयों में शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए आवास बनाने की योजना है। साल। इस अवसर पर बड़ी संख्या में ग्रामीण, अभिभावक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।