जालना – दृष्टि प्रोजेक्ट के तहत जालना लायंस क्लब की ओर से। राधेश्यामजी अग्रवाल (बरंजालेवाला) की स्मृति में आज बुधवार को न्यू मार्केट यार्ड में। 21 नि:शुल्क नेत्र जांच शिविरों में कुल 225 लोगों जैसे व्यापारियों, श्रमिकों, हमालों, मपादियों एवं क्षेत्र के नागरिकों की जांच की गई। आयोजक मंगलचंद अग्रवाल ने कहा कि 10 लोगों में मोतियाबिंद पाया गया है और चिकलथाना के लायन्स आई अस्पताल में उनकी मोतियाबिंद की मुफ्त सर्जरी की जाएगी।
कैंप का उद्घाटन राज्यपाल पुरुषोत्तम जयपुरिया ने नवीन मोंधा स्थित राधेश्याम गोपीकिशन एंड कंपनी में किया। इस मौके पर अग्रवाल परिवार के संयोजक मंगलचंद अग्रवाल, नंदकिशोर अग्रवाल, राम नारायण अग्रवाल, पुरुषोत्तम अग्रवाल, उमंग अग्रवाल, यश अग्रवाल, लायंस के प्रांतीय सचिव अरुण मित्तल, कोषाध्यक्ष राजेश कामद, सुभाष चंद्र देवीदान, डॉ. गिरीश पक्णिकर, विजयकुमार डाड, आदत एसोसिएशन के ओमप्रकाश मंत्री, मार्केट कमेटी के अनिल सोनी, रमेशचंद्र तोतला, दिनेश भक्कड़, प्रदीप तोतला, मोहन राठौड़, अनिल खंडले, भगवान शिंदे, किशोर देवीदान, अशोक राठी, अशोकराव हिसवंकर, कैलास बियानी, सुधीर पहाड़े , पूसाराम अग्रवाल, सचिन पाटनी, राजेंद्र ओस्तवाल, विजय जैन, विजय डाड, राजेश लुनिया, हुकमचंदजी पाटनी, दिनेश ठक्कर, गोपाल पालीवाल, पूसाराम मुदंडा आदि मौजूद रहे। दिन के दौरान, कई गणमान्य लोगों ने शिविर का दौरा किया और उनके अच्छे होने की कामना की।
इस अवसर पर प्रांतीय राज्यपाल पुरुषोत्तम जयपुरिया ने लायंस क्लब द्वारा कार्यान्वित दृष्टि परियोजना की जानकारी दी और कहा कि पूरे प्रांत में इस परियोजना को प्रभावी ढंग से लागू किया जा रहा है. आयोजकों की ओर से मंगलचंद अग्रवाल ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आंख शरीर का अभिन्न अंग है। अगर यह क्रम में है तो पूरा शरीर ठीक से काम करता है। दृष्टि की हानि निर्भरता की भावना पैदा करती है। आम लोग धन के अभाव में तो कुछ काम की व्यस्तता के कारण समय की कमी के कारण नेत्र विकारों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं। इसलिए हमने लायंस क्लब के माध्यम से इस तरह के शिविर का आयोजन किया है और इसका सहज प्रतिसाद मिला है। मोतियाबिंद के मरीजों का नि:शुल्क इलाज किया जाएगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि लायंस क्लब के प्रोजेक्ट्स को हम हमेशा सपोर्ट करेंगे। मोतियाबिंद के ऑपरेशन से आंखों की रोशनी वापस लाई जा सकती है। इसलिए उन्होंने कहा कि दृष्टिबाधित होने पर तुरंत जांच करवाना जरूरी है।