विद्यालय में प्रवेश के समय छात्रों द्वारा वृक्षारोपण एवं उनकी देखभाल करना ; श्रीमती सीमाताई खोतकर द्वारा प्रस्तुत अवधारणा; रेणुकामाता नगर में पौधरोपण संपन्न

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जालना – विद्यालय में प्रवेश के समय विद्यार्थी के हाथ से एक वृक्ष लगाने की अवधारणा तथा जब तक विद्यार्थी विद्यालय में है, विद्यार्थी को उस वृक्ष की देखभाल करनी चाहिए। सीमाताई अर्जुनराव खोतकर द्वारा प्रस्तुत। साथ ही उन्होंने कहा कि वह अर्जुनराव खोतकर के माध्यम से मुख्यमंत्री तक इस अवधारणा को पहुंचाकर इस तरह की गतिविधि को पूरे राज्य में लागू करने का प्रयास करेंगे.
मंगलवार (13) की सुबह रेणुका माता नगर में नगरवासियों द्वारा वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस अवसर पर श्रीमती खोतकर बोल रहे थे। इस अवसर पर विलासन्ना दहिबाते, मदनराव दहिबाते, देवगिरी प्रान्त की ग्राम विकास समन्वयक श्रीमती. मेघा झंवर मौजूद रहीं।
आगे श्रीमती खोतकर ने कहा कि वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन रेणुका माता नगर के लोगों के लिए खुशी का अवसर है। उन्होंने बड़ी संख्या में महिलाओं की उपस्थिति पर खुशी भी जताई। ऐसे में हर कॉलोनी में पौधरोपण कार्यक्रम होना जरूरी है। पौधरोपण के लिए मैं हमेशा मदद के लिए तैयार रहूंगा। वृक्षारोपण से पर्यावरण स्वच्छ रहेगा और प्रदूषण कम होगा, ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ेगी। यह उल्लेख करते हुए कि वह मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के माध्यम से अर्जुनराव खोतकर के माध्यम से वृक्षारोपण के संबंध में एक अवधारणा प्रस्तुत करेंगी, उन्हें स्कूल में प्रवेश के समय छात्रों द्वारा एक पेड़ लगाना चाहिए और छात्रों के स्कूल में रहने के दौरान उन्हें पेड़ की देखभाल करनी चाहिए। खोतकर ने कहा। श्रीमती रेणुका माता ने यह भी कहा कि अगर शहरवासियों को कोई जरूरत महसूस होगी तो मैं और खोतकर परिवार हमेशा हमारे साथ रहेंगे। खोतकर ने दिया।
इस अवसर पर विलासन्ना दहिबाते ने वृक्षारोपण के महत्व पर जोर दिया। साथ ही दुबई में एक पेड़ को सहारा देने के लिए 7 लाख रुपए के लोहे का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन प्रकृति ने हम पर ऐसा समय नहीं लाया है। हमें भी पेड़ लगाने चाहिए। ऐसे वृक्षारोपण कार्यक्रम सभी को लागू करने चाहिए। इससे आपके जीवन को लाभ होगा। इसलिए श्री दहिबते ने सभी से पेड़ लगाने और उन्हें उगाने की अपील की।
कार्यक्रम की शुरुआत श्रीमती ने की। अरुणा कुलकर्णी। पांडुरंग तालेकर ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
श्रीकिशन झंवर, सुभाष मोहिते, अमोल दर्दे, कचरू वाघ, शेषनारायण टापरे, सुनील सांघवी, बबन जाधव, युवराज कुलकर्णी, भगवान सांगुले, नंदकिशोर नवगिरे, रवि कुलकर्णी, वल्लभ कुलकर्णी, प्रणव घन, लक्षदीप क्षत्रिय, सतीश धलोद, युवराज खानपुरे, शुभम झंवर , प्रणव सांघवी, दत्ता मोहिते, मयूर शिरसाठ, मनोज कुटे, श्रीपाद पीताम्बरे, कालिंदा तालेकर, मनीषा दहिबाते, प्रणिता संघवी, शीला खानापुरे, अनीता ढिलोड, अरुणा वाघ, प्रियंका लुंगडे, सरिता सांघवी, उर्मिला थलकारी, बेबी मोहिते, कलकते काकू, निवासी रेणुकामाता नगर की सरोज सोमानी, देवयानी उपाध्याय, आशा पोखरकर, वंदना लोकरे, पल्लवी लुंगड़े समेत मौजूद रहीं।