अहमदनगर : पुण्यश्लोक अहिल्या देवी ने उत्तम सुशासन की मिसाल पेश की है. उन्होंने भारत को प्रशासनिक संरचना का एक महान उपहार दिया है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आज यहां घोषणा की कि सरकार ने अहमदनगर जिले का नाम अहिल्या देवी होलकर के नाम पर रखने का निर्णय सरकार ने लिया है. उन्होंने यह भी कहा कि उनके नाम से जिले का मान बढ़ेगा.
जामखेड के चौंडी में पुण्यश्लोक अहिल्या देवी होलकर की 298वीं जयंती के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री. शिंदे बोल रहे थे.
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, राजस्व, पशुपालन, दुग्ध विकास मंत्री और जिले के पालक मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल, सांसद सदाशिवराव लोखंडे, सांसद डॉ. सुजय विखे पाटिल, विधायक प्रा. राम शिंदे, विधायक मोनिकाताई राजले, विधायक बबनराव पचपुते, विधायक गोपीचंद पडलकर, विधायक सुरेश धस, पूर्व सांसद विकास महात्मे, पूर्व विधायक भीमराव धोंडे, अण्णासाहेब डांगे, बालासाहेब मुरकुटे, लक्ष्मणराव ढोबले, पोपटराव गावड़े आदि उपस्थित थे.
मुख्यमंत्री श्री. शिंदे ने कहा कि यह हमारा राज्य है जिसे छत्रपति शिवाजी महाराज के पदस्पर्शों से पावन हुआ है. और इस भूमि के धन और विरासत को संभालनेवाले कई दिग्गज महापुरुष है. पुण्यश्लोक अहिल्या देवी के कार्य और उपलब्धियाँ बहुत बड़ी थीं. आम लोगों के लिए उनका बलिदान जगजाहिर है. उस दौरान उन्होंने भू-राजस्व, कृषि, मुद्रा व्यवस्था, डाक सेवा जैसी व्यवस्थाओं की स्थापना की. उन्होंने अपना पूरा जीवन किसानों और आम लोगों के कल्याण के लिए समर्पित कर दिया. यह मिट्टी, जहां वे पैदा हुए हैं,उसके हम सबकी ऋणी है. मुख्यमंत्री श्री शिंदे ने इस अवसर पर कहा.
मुख्यमंत्री श्री. शिंदे ने कहा कि सरकार ने आम लोगों की भलाई के लिए कई फैसले लिए हैं. राज्य सरकार ने केंद्र सरकार की तर्ज पर “नमो शेतकरी सम्मान योजना” शुरू की है और किसानों को 12 हजार रुपये मिलेंगे, जिसमें से 6 हजार केंद्र सरकार से और 6 हजार राज्य सरकार से मिलेंगे. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पुण्यश्लोक अहिल्या देवी होलकर सहकारी तत्व पर महामंडल के लिए 10 हजार करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, ऐसा उन्होंने बताया.